SWAPNA PER ZABARDAST SHAYARI

 SWAPNA PER ZABARDAST SHAYARI




कितनी अजीब बात है

जो सपना जितना जरूरी होता है
वही जीवन भर अधूरा होता हैं

हर चीज का अपना अपना वजूद है दोस्तों
मोहब्बत अपनी जगह
सपना अपनी जगह
हकीकत अपनी जगह

 

दूर कहीं दूर
तेरे सपने बोल रहे हैं
तुमसे नहीं होगा आसानी से
तेरे अपने बोल रहे हैं

 

तुम साथ हो तो हर लम्हा अपना
वरना तो यहाँ हकीकतभी सपना  

 

आँख खुली तो सपना था, सपने में ही कोई अपना था
उस सपने में एक हसीन लम्हा था, सपना टूटा फिर से में तन्हा था

 

इस कदर हम आपकी मोहब्बत में खो गए,
एक नजर देखा और बस आपके ही हो गए,

आँख खुली तो पता चला देखा एक सपना था,
आँख बंद की और उसी सपने में खो गए।

 

 


जिन्दगी ये रंग दिखाती है कितने,

गैर हो जाते है, एक पल में अपने,
सपनो की दुनिया में कभी ना जाना,
दिल टूट जाता हैं, जब टूटते हैं सपने.


होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का,
शायद नज़र से वो बात हो जाए,
इस उम्मीद में करते हैं इन्तजार रात का,
कि शायद सपनें में मुलाकात हो जाएँ.





सपनों की दुनिया बहुत अजीब लगती हैं,
झूठी ही सही पर ख़ुश नसीब होती हैं,
हर पल आते है सपनें कुछ पल के लिए,
उन पलों में जन्नत बहुत क़रीब लगती हैं.


दिल में छिपी यादों से सावरू तुझे,
तू दिखे तो अपनी आँखों में उतारू तुझे,
तेरे नाम को मेरे लबो पर ऐसे सजाया है,
सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे.


आसमान का चाँद तेरी बाँहों में हो,
तू जो चाहते तेरी राहों में हो,
हर वो ख्वाब हो पूरा जो तेरी आँखों में हो,
ख़ुश किस्मती की हर लकीर तेरे हाथों में हो…


महक सी जाती हो रातों में,
जब तूम ख़्वाब बनकर समाती हो,
यादों की तस्वीर दिल में उतर जाती हैं,
जब तुम रूबरू सामने आती हो.



अपने आसमान से मेरी ज़मीन देख लो,
तुम ख्वाब आज कोई हसीन देख लो,
अगर आजमाना है ऐतबार को मेरे तो,
एक झूठ तुम बोलो ओर मेरा अकीन देख लो…


जो इस दुनिया में नहीं मिलते,
वो फिर किस दुनिया में मिलेंगे जनाब,
बस यही सोचकर रब ने एक दुनिया बनायी,
जिसे कहते हैं ख्वाब…

 

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